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दशहरा पर निबंध For Class 2

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दशहरा हिन्दुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है जो हर साल में आता है। यह त्योहार खुशियों और उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह त्योहार असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक है और हमें यह सिखने के लिए प्रेरित करता है कि हमें हमेशा सचाई और न्याय के मार्ग पर चलना चाहिए।

दशहरा का अर्थ है ‘दस दिनों तक’ और यह दस दिनों तक चलने वाले नवरात्रि के पर्व के आखिरी दिन मनाया जाता है। इस खास दिन का महत्व समय के साथ बढ़ता जा रहा है और यह हमें सच्चाई, न्याय, और सामाजिक समरसता के महत्व को समझाता है। इस निबंध में हम दशहरे के महत्व को और उसकी महत्वपूर्ण शिक्षाओं को विस्तार से जानेंगे।

दशहरा पर निबंध

दशहरा हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो सत्य के विजय और असत्य के पराजय की प्रतीक है। यह पर्व आशिक्षा, ज्ञान, और धर्म की देवी मां दुर्गा की विजय की याद में मनाया जाता है। दशहरा का अर्थ है ‘दस दिनों तक’ और यह पर्व नवरात्रि के दस दिनों के बाद आता है।

दशहरा का महत्व

दशहरा को हिन्दुओं में विजयादशमी के रूप में भी जाना जाता है। यह त्योहार आशिक्षा, ज्ञान, और न्याय की देवी मां दुर्गा की विजय की याद में मनाया जाता है। इस दिन भगवान राम ने लंकापति रावण को मारकर असत्य की पराजय की थी। दशहरा का त्योहार समाज में नैतिकता, सामाजिक समरसता, और धर्म की भावना को मजबूत करता है।

दशहरा के महत्व को समझने के लिए हमें भगवान राम और दशरथ के पुत्र के कथा को याद करना चाहिए। श्रीराम ने मां सीता को उसके पातिव्रत्य और सत्य के पराग में पाया था। उनकी निष्ठा, त्याग, और धैर्य की प्रतीक्षा ने ही उन्हें उस महान विजय की प्राप्ति की थी। दशहरा हमें यह सिखाता है कि हमें अगर हम सच्चाई और न्याय के मार्ग पर चलते हैं, तो हमें हमेशा विजय ही प्राप्त होती है।

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दशहरा की तैयारी

दशहरा के आस-पास जब खुशियों और उत्साह की लहरें फहराने लगती हैं, तो सबसे पहला कदम है घरों की सजावट। लोग अपने घरों को सजाने के लिए उत्सुकता से तैयारी में जुट जाते हैं। पुरानी चीज़ों की सफाई, घर की चार-दीवारी में नई चीज़ों की खरीदारी करते है।

दशहरा के लिए शॉपिंग एक रोमांचक क्रिया होती है। लोग नई वस्त्र, शो शॉपिंग करने निकलते हैं, ताकि वे त्योहार के दिन उत्साह से सज सकें। बच्चों के लिए खासकर यह समय खुशियों से भरा होता है, क्योंकि वे खेलने के लिए नई खिलौने, किताबें, और गेम्स की खरीदारी करने की तैयारी करते हैं।

मंदिरों और पूजा घरों की भी सजावट की जाती है। लोग पूजा के सामग्री, फूल, और दीपकों की तैयारी में जुटते हैं।दशहरा के पर्व के दिन रंग-बिरंगे कपड़े पहने जाते हैं, लोग एक-दूसरे को शुभकामनाएँ देते हैं और साथ मिलकर खास भोजन का आनंद लेते है।

दशहरा का आयोजन

दशहरा की तैयारी की शुरुआत उत्साह से भरी होती है। लोग अपने घरों की सफाई और सजावट में लग जाते हैं। मंदिरों और पूजा घरों को सजाने के लिए बहुत सारे प्रकार की चीजें खरीदी जाती हैं, जैसे कि दीपक, चादर, फूल, और पूजन सामग्री। सभी घरों में खासकर रावण के पुतले की बनाई जाती है, जिसे दशहरा के दिन जलाया जाता है। यह पुरानी परंपरा हमें यह याद दिलाती है कि हमें हमेशा सत्य और न्याय की ओर अग्रसर होना चाहिए।

दशहरा के दिन लोग रामलीला का प्रस्तुतीकरण देखते हैं। यह प्रदर्शन लोगों को यह बताता है कि हमें हमेशा सत्य के पथ पर चलना चाहिए और असत्य के खिलाफ उठना चाहिए।

दशहरा का आयोजन हमारे जीवन में सजीवता, संबंधों का महत्व, और अच्छे संबंधों की प्रशिक्षणी प्रदान करता है। यह हमें सामाजिक समरसता, संघर्ष, और एकता की महत्वपूर्ण शिक्षा देता है।

दशहरा का संदेश

दशहरा एक प्रमुख हिन्दू त्योहार है जो हमें सत्य, न्याय, और धर्म के मार्ग पर चलने की महत्वपूर्ण शिक्षा देता है। इस पर्व का संदेश है कि अगर हम सच्चाई और न्याय की ओर आगे बढ़ेंगे, तो हमेशा जीत हमारी होगी। दशहरा हमें यह सिखाता है कि जीवन में असत्यता, अधर्म, और अनैतिकता का कोई स्थान नहीं होना चाहिए।

दशहरा का संदेश विजय का संदेश है। अगर हम ईमानदारी से, निष्ठा से, और संघर्षपूर्ण मनोबल से किसी भी समस्या का सामना करें, तो हम उस समस्या को परास्त कर सकते हैं।

दशहरा के इस उपलक्ष्य में, हमें यह भी याद दिलाया जाता है कि हमें दुर्बलता, अज्ञान, और पाप को परास्त करके सजीवता, ज्ञान, और प्रेरणा की ओर बढ़ना चाहिए। यह पर्व हमें असत्य के खिलाफ खड़े होने, अच्छाई की ओर बढ़ने, और समृद्धि की ओर अग्रसर होने की प्रेरणा देता है।

निष्कर्ष

दशहरा का त्योहार हमें विजय के पथ पर चलने का मार्ग प्रदान करता है। यह हमें सिखाता है कि सत्य, न्याय, और धर्म के प्रति हमारी प्रतिबद्धता और संकल्प से हम किसी भी कठिनाई को पार कर सकते हैं। हमें यह याद दिलाता है कि जीवन में उत्साह, संघर्ष, और समर्पण से सभी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन उनको पार करके ही हम अपने लक्ष्यों की प्राप्ति कर सकते हैं।

इस त्योहार से हमें यह सिखने को मिलता है कि जीवन में सच्चाई, न्याय, और धर्म के मार्ग पर चलना हमेशा हमें सफलता की ऊँचाइयों तक पहुँचा सकता है। इस त्योहार का संदेश है कि हमें अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए अपने लक्ष्यों की प्रति पूर्ण समर्पण से काम करना चाहिए।

इस पर्व के संदेश को अपनाकर हम समृद्ध, सफल, और खुशहाल जीवन जी सकते हैं। दशहरा के इस महत्वपूर्ण संदेश को ध्यान में रखते हुए, हमें अपनी शक्ति, सामर्थ्य, और संकल्प को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करता है। इसी भावना के साथ, हमें दशहरा का उत्सव मनाना चाहिए और सत्य, न्याय, और धर्म के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूती से दिखाना चाहिए। इस प्रकार, दशहरा हमें एक सशक्त, संघर्षी, और समृद्ध भविष्य की ओर ले जाता है।


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